Tuesday, 28 January 2020

सहिष्णु

कुत्तों का एक गुण सबसे उत्तम है कि वो वफादार होता है, लेकिन कुछ अवगुण भी कुत्तों में होते हैं.. जैसे कुत्ते झुंड में हों तो ज़्यादा भौंकते हैं, उनके इलाके से गुज़र रहे लोगों को अपनी ताक़त दिखाने के लिए शक्ति प्रदर्शन करते हैं.. कुत्तों की अपनी सीमाएँ भी होती हैं.. ये अपना इलाके में शेर पर भी गुर्राते हैं लेकिन दूसरे कुत्तों के इलाके में पहुँच जाएँ तो भीगी बिल्ली बनकर घूमते हैं.. उस इलाके के कुत्ते अगर घेर लें तो अपने इलाके का शेर दुम दबाकर कोने में घुस जाता है और खिसियाकर भौंकता रहता है.. कभी कोई ताकतवर कुत्ता इलाके में आकर कुतिया का राशनकार्ड भी बनाकर चला जाता है.. लेकिन कुत्ता फिर भी खुद को शेर समझता है..
कुत्तों की इसी तरह की खासियत वाले दो कुत्ते भाई हैदराबाद में रहते हैं.. ये अपने जैसे कुत्तों की भीड़ इकठ्ठी करते हैं.. 8-10 कुत्ते इनके पीछे खड़े होते हैं और 400-500 सामने बैठे होते हैं.. अक्सर छोटा कुत्ता अकबरुद्दीन ओवैसी ऐसे ही मजमा लगाकर भौंकता है.. फिर उसके साथ बाक़ी कुत्ते भी भौंकने लगते हैं...
ये बड़ी स्टाइल में माइक इधर उधर मटकते हुए भौंकता है.. इसने बताया कि इसके अब्बाओं ने 800 साल तक इस देश पर राज किया है.. इसके पुरखों का राशनकार्ड भी इन्हीं अब्बाओं ने बनाया है.. ये देश तो 5000 वर्ष पुराना है.. उसमें से 800 साल राज किया को ऐसे बताता है जैसे ये देश 800 साल पहले ही बना था... बड़ा खुश होता है क्योंकि इसके खून में है कि पड़ोसी को अपना बाप बताना और उसके आगे सजदा करना..
ये जो आज बैठा है न सफेद दाढ़ी वाला इसने 2002 में तुम्हारे पिछवाड़े में जो बम्बू डाला था उसी कारण तुम आजतक कराह रहे हो.. तुमने बहुत कोशिशें की उसे रोकने, मिटाने की.. मगर वो नहीं रुका और तुम्हारी छाती पर आज मूँग दल रहा है.. ज़रा अपने पड़ोसी बाप पाकिस्तान से पूछ लो.. बहुत बकर बकर करता था.. 2 बार घर में घुसकर मारकर आया है.. आज तुम्हारा पड़ोसी अब्बा भिखारी बना पूरी दुनिया में कटोरा लिए घूम रहा है... आटे दाल के भाव पता चल रहे हैं..
हमारे सहिष्णु और एकजुट न होने का फायदा ही मुगलों ने उठाया था.. हमारे मंदिरों, वास्तुकला की श्रेष्ठतम इमारतों को नष्ट करके ही तुमने अपनी घटिया इमारतें खड़ी की हैं.. हमारे शास्त्रों को जलाया है.. हिंदुओं का नरसंहार किया है.. वरना इतिहास साक्षी है मुठ्ठीभर राजपूतों और मराठाओं ने ही मुगलों के दाँत खट्टे कर दिए थे.. हमारे सिर्फ 120 सैनिक ही तुम्हारे पड़ोसी 2000 अब्बाओं की फौज पर भारी पड़ गए थे..
तो पड़ोसी को अब्बा मानने वाले कुत्ते ज़्यादा मत भौंके वरना किसी दिन दुम दबाकर भागने का भी मौक़ा नहीं मिलेगा.. समझ गया..

Courtesy 


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